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गुरुवार, 26 सितंबर 2013

घरेलू उपचार ( नुस्खे़ ) भाग - ३

प्रिय मित्रों , घरेलू उपचार ( नुस्खे ) की भाग - ३ की ये पोस्ट कुछ ख़ास है, क्योंकि ये उस रोग पर आधारित है जिससे जूझना उम्र से पहले किसी को पसंद नही , तो बात सबसे पहले ज़हन में जरूर आती है , कि ऐसी कौन सी बीमारी व रोग है ?

असमय बाल सफेद होना ( पलित रोग )  जी हॉ ! आज का घरेलू उपचार , नुस्ख़ा इसी रोग पे आधारित है



शोक और परिश्रम आदि से कुपित हुई वायु , शरीर की गर्मी को सिर में ले जाती है । उधर मस्तक में रहने वाला भ्राजक पित्त भी क्रोध से कुपित हो जाता है। प्रकुपित हुआ एक दोष दूसरे दोष को भी कुपित करता है इसके अनुसार वात और पित्त , कफ को कुपित करते है। कुपित हुआ कफ बालों को सफेद कर देता है। इस तरह इन तीनों दोषों के कोप से बाल सफेद हो जाते है। असमय में बाल सफेद होने के रोग को - ' पलित - रोग ' के नाम से जाना जाता है।

घरेलू उपचार ( नुस्खे ) --- . आँवला और हरड़ २-२ नग , बहेड़ा १ नग , लोहचूर १ तोला और आम की मींगी ५ तोला - इन सबको लोहे के बर्तन में महीन पीसकर थोड़ा पानी मिलादें और रात भर ख़रल में ही पड़ा रहने दें। दूसरे दिन इसका लेप बालों पर करें। पलित रोग सही हो जाएगा।
 
. आँवले और लोहे का चूर्ण दोनों को पानी में पीसकर लेप करने से पलित रोग नष्ट हो जाता है।

मित्रों ये जानकारी आपको कैसी लगी , अपनी टिप्पणी ज़रूर दें !

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